Garg Gotra Sati: Shri Pali Dadiji (Nua Dham)
Garg Gotra Sati: Shri Pali Dadiji (Nua Dham) गर्ग गोत्र सती : श्री पाली दादीजी (नुआ धाम)
SATI DEVIYON KI JAI
Marwari Pathshala
4/27/20241 min read
गर्ग गोत्र सती : श्री पाली दादीजी (नुआ धाम)
पाली बाई का जन्म, पौष सुदी छठ के दिन फतेहपुर के सेठ श्री केशोरामजी के घर हुआ। सात पुत्रो के बाद पाली बाई का जन्म हुआ था।
उनका विवाह चिड़ावा के सेठ श्री डेडरामजी के पुत्र श्री नाथूराम जी के साथ सम्पन्न हुआ था। वि. सं. 1525, मंगसीर बदी दशमी, मंगलवार के दिन, श्री नाथूराम जी के अचानक परलोक गमन होने पर श्री पाली बाई, नवावास (वर्तमान नुआ) के भूमि पर सत के मार्ग पर चलते हुए अग्नि में लीन होगई थीं।
हर महीने के सुदी छठ को माई की पूजा होती हैं। नुआ धाम में माई का मंदिर बना हुआ है। गर्ग गोत्रीय (लोहिया, मोदी, के साथ अन्य परिवार द्वारा माई कुलदेवी रूप में पूजी जाती हैं।