Goyal Gotra Sati: Shri Mauli Dadiji, (Dhanavata, Udaipurwati)
Goyal Gotra Sati: Shri Mauli Dadiji, (Dhanavata, Udaipurwati) गोयल गोत्र सती : श्री मौली दादीजी, (धनावता, उदयपुरवाटी)
SATI DEVIYON KI JAI
Marwari Pathshala
4/27/20241 min read


गोयल गोत्र सती : श्री मौली दादीजी, (धनावता, उदयपुरवाटी)
श्री मौली सती दादीजी का इतिहास करीब 650 साल पहले का है। उदयपुरवाटी के धनावट गाँव में अग्रवाल वैश्य श्री भिखाराम जी गोयल रहते थे ।
उनकी दो पत्नियां थे: मौली बाई और चिम्मा बाई। भिखाराम जी का ताम्बे का खदान था। उसी खदान के नीचे आने से भिखाराम जी परलोक सिधार गए। इसि दौरान मौली बाई वही मौजूद थी पर चिम्मा बाई अपने पीहर गई हुई थी।
वि. सं. 1436, भादो सुदी चतुर्थी (गणेश चतुर्थी) के दिन श्री मौली बाई धनावता के धरती पर भिखाराम जी के पार्थिव शरीर के साथ, तो इधर अपने पीहर में चिम्मा बाई भिकाराम जी के पगड़ी को लेकर अग्नि में लीन होगई थी। दोनों दादी को एकत्रित रूप में मौली दादीजी के नाम से पूजा जाता है।