...website is still under development...
Makhariya Sati: Shri Veena Dadi Ji (Makhar and Jugalpura)
Makhariya Sati: Shri Veena Dadi Ji (Makhar and Jugalpura) माखरिया सती : श्री वीणा दादीजी (माखर और जुगलपुरा)
SATI DEVIYON KI JAI
Marwari Pathshala
4/27/20241 min read
माखरिया सती :श्री वीणा दादीजी (माखर और जुगलपुरा)
वीणा माँ का जन्म अलवर के सेठ श्री नरदेव जी के घर (बंसल गोत्र) में हुआ था | उनका विवाह हरीपुर, खेड़ा के श्री कमल सिंह जी के साथ, (मंगल गोत्र) में हुआ था । वि. सं. 1373 साल मे, अचानक से श्री कमल जी को नाग डसने से मृत्यु हुई । उस बात से दुखी हो बैशाख सुदी तेरस के दिन बाई सती हुई थी ।
जुगलपुरा वाली वीणा दादीजी ही माखर में प्रकट हुई हैं।
मंगल गोत्र की सती श्री वीणा माँ के ममतामई करुणा से वो जुगलपूरा के साथ साथ माखर में विराजमान हुई हैं।
मंगल गोती माखरीया द्वारा माई की पूजन होती हैं। भक्तो के पुकार पर श्री वीणा दादीजी ने आदेश दिया था | जुगलपुरा से ईट लेकर माखर गाँव में श्री वीणा सतीजी का मण्ड बनवाया गया था ।
Makhariya Sati:Shri Veena Dadi Ji (Makhar and Jugalpura)
Veena Maa was born in the house of Seth Shri Nardev Ji of Alwar (Bansal gotra). She was married to Shri Kamal Singh Ji of Haripur, Kheda (Mangal gotra). In the year 1373, suddenly Shri Kamal Ji died due to snake bite. Saddened by that, Bai committed Sati on the day of Baisakh Sudi Teras.
Veena Dadi Ji of Jugalpura has appeared in Makhar.
Due to the motherly compassion of Sati Shri Veena Maa of Mangal gotra, she has resided in Makhar along with Jugalpura.
Mai is worshipped by Mangal goti Makhariya. Shri Veena Dadi Ji had given the order on the call of the devotees. Taking bricks from Jugalpura, the pavilion of Shri Veena Sati Ji was built in Makhar village.